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Dr BR Ambedkar Birth anniversary डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती: 14 अप्रैल 2021
विश्व प्रणेता, भारतीय संविधान निर्माता एवं भारत रत्न बालासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के जन्मदिवस 14 अप्रैल को प्रतिवर्ष आंबेडकर जयंती मनायी जाती है साथ इस दिन को समानता दिवस और ज्ञान दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
डॉ. भीमराव आंबेडकर जिन्हें सभी लोग डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर के नाम से भी जानते हैं, बाबासाहेब का जन्म दिवस 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती पर्व के रूप में पूरे देश में मनाया जाता है। आंबेडकर जयंती के साथ इस दिन को ‘समानता दिवस’ और ‘ज्ञान दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है।
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बाबासाहेब जीवन पर्यंत समानता के लिए संघर्ष करते रहे जिस कारण उन्हें समानता का प्रतीक माना जाता है साथ ही बाबासाहेब को पूरे संसार में उनके द्वारा किये गये विविध मानव कल्याण के कार्य और संघर्ष के लिए जाना जाता है।बाबासाहेब को भारत के संविधान निर्माता के रूप में भी जाना जाता है।
Gyan Divas ज्ञान दिवस
महाराष्ट्र में पिछले कई दशकों से आम्बेडकरवादी लोग आम्बेडकर जयंती को ‘ज्ञान दिवस’ के रूप में मनाते आए हैं तथा महाराष्ट्र सरकार से आम्बेडकर जयंती को “ज्ञान दिवस” के रूप में घोषित करने की बार-बार मांग कर रहे थे। अंततः उन्हें सफलता मिली और उनके द्वारा डॉ॰ बाबासाहब आम्बेडकर के जन्मदिवस को ‘ज्ञान दिवस’ के रूप में मनाया जाने लगा।
आंबेडकर जयंती को उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। बाबासाहेब आंबेडकर की पहली जयंती सदाशिव रणपिसे द्वारा 14 अप्रेल 1928 को पुणे शहर में मनाई गयी थी। रणपिसे आंबेडकर के अनुयायी थे। उन्होंने ही आंबेडकर जयंती की प्रथा शुरू की ।
आंबेडकर के जन्मदिन पर प्रतिवर्ष उनके लाखों अनुयायी तथा चाहने वाले उनके जन्मस्थल भीम जन्मभूमि महू (मध्य प्रदेश), बौद्ध धम्म दीक्षास्थल दीक्षाभूमि, नागपुर, उनका समाधी स्थल चैत्य भूमि, मुंबई जैसे कई स्थानिय जगहों पर उन्हें सम्मान देने के लिए एकत्र होते है। आंबेडकर जयंती उनकी जन्मस्थल एवं कई स्थानीय स्थानों के साथ सरकारी कर्यालयो में भी मनाया जाता है। विश्व के 100 से अधिक देशों में आंबेडकर जयंती मनाकर उन्हें याद कर नमन किया जाता है।
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130th Ambedkar Jayanti, 130 वी आंबेडकर जयंती : 14 अप्रैल 2021
सन 2016 में भारत सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर देश तथा विश्व में आंबेडकर की 125वी जयंती मनाई गई थी। आंबेडकर की 129 वी जयंती 14 अप्रैल 2020 को मनाई गई थी, 2020 में विश्व के कुल 102 देशों में आंबेडकर जयंती मनाया गया था और इसी वर्ष संयुक्त राष्ट्र ने भी पहली बार आंबेडकर जयंती मनाया, जिसमे विश्व भर से 156 देशों के प्रतिनिधीयों ने भाग लिया था। संयुक्त राष्ट्र नेे आंबेडकर को “विश्व का प्रणेता” कहकर उनको सम्मानित किया। यह पहला मौका था जिसमें संयुक्त राष्ट्र द्वारा किसी भारतीय व्यक्ति का जन्मदिवस मनाया गया था। बाबासाहेब के अतिरिक्त विश्व में केवल दों ही ऐसे व्यक्ति हैं जिनकी जयंती संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाई गई हैं – मार्टिन लूथर किंग और नेल्सन मंडेला।
2021 में 14 अप्रैल को बाबासाहेब की 130 वी जयंती मनाई जाएगी, इस अवसर को भुनाने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश और देशवासियों से 14 अप्रैल 2021 को बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर ‘दलित दीवाली’ मनाने के आह्वान किया है। उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष के शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में अखिलेश यादव के इस दांव को राजनीतिक दृष्टि से देखा जा रहा है, साथ ही माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में दलित वोटरों को साधने के लिए सपा प्रमुख ने यह दांव चला है।
Jai bheem
धन्यवाद सर, बहुत ही सुंदर व प्रेरणादायक लेख है # जय भीम
Sir very good information
Thanks 👍